सोचती हूं मैं... क्यूँ ? आखिर क्यूँ ? याद रह जाते है वो अजनबी सोचती हूं मैं... क्यूँ ? आखिर क्यूँ ? याद रह जाते है वो अजनबी
यह दिल दिल जोर-जोर से चिल्लाना चाहता है, यह दिल कुछ कहना चाहता है। यह दिल दिल जोर-जोर से चिल्लाना चाहता है, यह दिल कुछ कहना चाहता है।
एक रिश्ता तगड़ा, बेबस बन गई बेचारे के लिए! एक रिश्ता तगड़ा, बेबस बन गई बेचारे के लिए!
तुम बेबस हो, पर जुदाई कैसे मैं सह पाऊँगी। तुम बेबस हो, पर जुदाई कैसे मैं सह पाऊँगी।
एक लड़की की इश्क में बेबसी की दास्तान एक लड़की की इश्क में बेबसी की दास्तान
दिल तो उनका भी थोड़ा नम होगा हाल सबका ही एक जैसा है दिल तो उनका भी थोड़ा नम होगा हाल सबका ही एक जैसा है